ताजमहल जिसे SYMBOL OF LOVE कहा जाता है, शाहजहाँ और मुमताज के प्रेम की निशानी है | मुग़ल बादशाह शाहजहाँ में अपनी बेगम मुमताज महल की याद में इस विशाल मकबरे को बनवाया था | भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में यमुना नदी के किनारे बना यह ताजमहल विश्व के सात अजूबों में से एक है | यह फारसी, तुर्क और भारतीय इस्लामिक वास्तुकला का एक नायब नमूना है, हर साल लाखों की संख्या में लोग यहाँ घुमने आते हैं |

HOW TO REACH TAJ MAHAL / ताज महल कैसे पहुचें

ताज महल पहुचने के लिए आपको उत्तर प्रदेश के आगरा शहर आना होगा, जहा का नजदीकी रेलवे स्टेशन आगरा कैंट है | यहाँ से ताज महल की दूरी लगभग 6 km है, जहा जाने के लिए आप लोकल ऑटो या टैक्सी का सहारा ले सकते हैं | अगर आप BY AIR यहाँ आना चाहतें है तो नजदीकी हवाई अड्डा खेरिया हवाई अड्डा है, जिसे दीन दयाल उपाध्याय हवाई अड्डा भी कहा जाता है, यहाँ से ताजमहल लगभग 13 km दूर है | यह हवाई अड्डा DOMESTIC FLIGHT के लिए ही उबलब्ध है, अगर आप अन्तराष्ट्रीय यात्रा करना चाहते है तो आपको DELHI ले इंदिरा गाँधी अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा आना होगा, जहा से आगरा लगभग 210 km है | यहाँ से आप यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए by road आगरा पहुच सकते हैं |

ENTRY TICKET ताज महल का प्रवेश शुल्क

ताज महल में प्रवेश के लिए भारतीय नागरिक का 50 रूपये, और विदेशी पर्यटकों के लिए 1100 रुपये लगता है | मुख्य मकबरे में जाने के लिए इस शुल्क के अलावा 200 रूपये अतिरिक्त लगते हैं | 15 साल से कम उम्र के बच्चों का टिकट नहीं लगता है | टिकट लेते समय आपको इस बात का ध्यान देना है की मुख्य मकबरे में जाने के लिए आपको 200 रूपये का अतिरिक्त टिकट लेना होता है, यदि आप केवल ताज महल परिसर में ही घूमना चाहते है तो 50 रुपये का टिकेट ही पर्याप्त है |

TAJ MAHAL ENTRY GATE / ताज महल का प्रवेश द्वार

ताज महल में प्रवेश के लिए मुख्यतः 3 दरवाजे हैं, पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिणी | जिसमे पूर्वी और पश्चिमी द्वार प्रवेश के लिए और दक्षिणी द्वार सामान्यतः निकास के लिए प्रयोग होता है | प्रवेश द्वार से entry करने के बाद एक बहुत बड़े campus में आ जायंगे जहा आपको ताजमहल में प्रवेश करने के लिए एक विशाल शाही प्रवेश द्वार दिखाई देगा, इसे दरवाजा ए रौजा भी कहा जाता है | इस विशाल दरवाजे की ऊंचाई 23 मीटर है, और इसमें ऊपर की तरफ बने 22 सफ़ेद गुम्बद ये दर्शाते है की ताजमहल को बनने में पुरे 22 साल लगे थे |प्रवेश द्वार के चारों तरफ 210 कमरे बने है जिनमे उसवक्त ताजमहल को बनाने वाले मजदूर रहा करते थे |

HISTORY OF TAJMAHAL / ताज महल का इतिहास

ताज महल मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज की याद में बनवाया था | जिसका निर्माण 1632 में शुरू हुआ और 1653 में समाप्त हुआ था | इसे बनने में लगभग 22 साल लग गए | यह कहा जाता है की ताजमहल को बनवाने में 20000 कर्मचारी लगे जिनमे मजदूर और कारीगर शामिल थे | ताज महल को बनाने में लगभग 3 करोड़ 20 लाख रुपये लगे, जिसकी कीमत अगर देखी जाये तो इस समय भी बहुत ज्यादा है |

शाहजहाँ की बेगम मुमताज महल की मृत्यु 17 जून 1631 में बुरहानपुर में प्रसव के दौरान हुई थी, उसवक्त वे अपने 14 वें संतान को जन्म दे रहीं थीं | मृत्यु के बाद उनका शरीर ख़राब न हो इसलिए उसे ममी के रूप में तापी नदी के तट पर दफना दिया गया | तब अपनी पत्नी की याद में शाहजहाँ ने ताजमहल बनवाने का निश्चय किया | 8 जनवरी 1632 को मुमताज का शरीर आगरा लाया गया और फिर उसे ताजमहल के बने basement में दफनाया गया |

अपनी पत्नी से बेइन्तहां मोहब्बत करने वाले बादशाह शाहजहाँ की मृत्यु 22 जनवरी 1666 में आगरा के लाल किले के अन्दर हुई, शाहजहाँ की मृत्यु के बाद उनकी 2 बेटी रोशनआरा और जहानारा ने किले में बनी ख़ुफ़िया सुरंग के द्वारा उनके शरीर को ताजमहल में मुमताज के बगल में दफना दिया | इस तरह 2 प्रेमी सदा के लिए एक साथ हो गये | और मुग़ल बादशाह शाहजहाँ और बेगम मुमताज की प्रेम कहानी सदा के लिए अमर हो गयी |


TAJ MAHAL OPENING HOURS / ताज महल के खुलने का समय

ताजमहल शनिवार से गुरुवार तक सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहता है, आमतौर पर यह सुबह 6 बजे से शाम के 6:30 बजे तक खुलता है | शुकवार को ताजमहल बंद रहता है इसदिन दोपहर में केवल मुश्लिम समुदाय के लिए नमाज के लिए खुलता है |


BEST TIME TO VISIT TAJ MAHAL / ताजमहल घुमने का सबसे अच्छा समय

ताज महल घुमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है क्युकी इस वक़्त मौसम सुहावना होता है | इसलिए आप ताजमहल घुमने का प्लान करे तो अक्टूबर से मार्च के बीच ही करें उसवक्त ताज महल को घुमने का अलग ही आनंद होता है |

ताजमहल से जुडी हुई और जानकारी के लिए कृपया इस video को देखे |

लेखक :सर्वेश उपाध्याय

मैं सर्वेश उपाध्याय इस ब्लॉग के माध्यम से आपको उत्तर प्रदेश में आगरा में स्थित दुनिया के 7 अजूबों में से एक ताज महल लेकर आया हूँ जो मुग़ल बादशाह शाहजहाँ के प्रेम की निशानी है | इस ब्लॉग के माध्यम से हमने ये कोशिश की है की यदि आप ताजमहल घुमने ला प्लान कर रहे है तो ये आपके लिए HELPFUL हो सके |

अगर आप उत्तरप्रदेश में स्थित इस दुनिया के सात अजूबों में शामिल इस SYMBOL OF LOVE को देखना चाहते है तो एक बार जरुर यहाँ आये हमें पूरा विश्वास है की आपको यहाँ आकर बहुत ही अच्छा लगेगा |

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